दमोह शहर के आवारा पशुओं को इकट्ठा कर निकटस्त गौशाला में देखरेख के लिये भेजा जायेगा
दमोह शहर के आवारा पशुओं को इकट्ठा कर निकटस्त गौशाला में देखरेख के लिये भेजा जायेगा
दमोह ब्यूरो चीफ सुरेश पटेल
हटा पुष्पेन्द पाण्डे 9340003605,9893020681
शहर के आवारा पशुओं को इकट्ठा कर निकटस्त गौशाला में देखरेख के लिये भेजा जायेगा
===
बारिश के दिनो में एक्सीडेन्ट से बचाने के लिये पशुओं के सींगों पर रेडियम लगाने के निर्देश जारी किये जायेंगे
===
गौ-शाला संचालकों की बैठक संपन्न
===
शहर में देखने में आया है कि आवारा पशु सड़कों पर घूमते हैं या फिर कुछ ऐसे पशु जो की परित्यक्त कर दिए जाते हैं, छोड़ दिए जाते हैं या फिर ऐसे पशु मिलते हैं जिनके मालिक होते हैं, लेकिन वह शहर में घूमने के लिए छोड़ देते हैं। इन पशुओं के कारण यातायात की समस्या होती है, इसी उद्देश्य को लेकर गौ-शालाओं के संचालकों और संबंधित अधिकारियों की एक बैठक आहूत कर आवश्यक दिशा निर्देश दिये।
पशुओं के सड़क पर बैठने से राहगीरों की दुर्घटना में चोट से जनहानि या किसी प्रकार से नुकसान पहुंचने की स्थिति होती है, और इससे कई बार पशुओं की सुरक्षा को भी खतरा होता है। गौशाला संचालकों, पशुपालन विभाग, एसडीएम, सी.एम.ओ. और सी.ई.ओ. की बैठक में यह निर्णय लिया गया कि इस संबंध में हर हफ्ते एक ड्राइव चलाएंगे जिसमें शहर के आवारा पशुओं को इकट्ठा किया जाएगा और इनको निकटस्त गौशाला में देख-रेख के लिए भेजा जायेगा ।
यह ड्राइव लगातार हर हफ्ते चलाई जायेगी, ताकि किसी भी स्थिति में आवारा पशु इकट्ठे ना हो और बारिश के दिनों में एक्सीडेन्ट से बचाने के लिये पशुओं के सींगो पर रेडियम लगाने के निर्देश जारी किये जायें, ताकि वे दूर से चमके और किसी भी प्रकार की दुर्घटना होने की स्थिति उत्पन्न न हो। इससे शहर भी साफ सुथरा रहेगा, पशुओं की देखभाल भी अच्छे तरीके से हो पायेगी और जनता भी सुरक्षित रहेगी। यह व्यवस्था दमोह के लिये अगले दो दिनों में लागू की जायेगी। धीरे-धीरे इसको अन्य जगहों पर भी लागू किया जायेगा।
बैठक में गौ-शालाओं के संचालकों ने भी अपने-अपने विचार और समस्याएं रखे, जिन पर संबंधित विभाग को कार्यवाही करने के निर्देश दिये।
बोकारो जिला अंतर्गत नावाडीह थाना क्षेत्र देहयारी से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। जहां सौतेली मां और बाप के द्वारा मारपीट एवं प्रताड़ित कर अपने ही पुत्री को दूसरे लोगों के द्वारा अपहरण करवा कर कई दिनों तक भूखे प्यासे कैद कर रखने एवं जान मरवाने का प्रयास किया गया।पीड़िता के काल्पनिक नाम सीमा कुमारी लगभग 20 वर्षीय को 19 मार्च को अपहरणकर्ताओ के द्वारा अपहरण किया गया और कई दिनों तक भूखे प्यासे कैद कर जान मारने का प्रयास किया,पर किसी तरह मौका देखकर भागने में सफल रही, मामले का पता तब चला जब उक्त पीड़िता अपहरण कर्ताओं के चंगुल से किसी तरह भाग कर बोकारो पुलिस अधीक्षक कार्यालय में पहुंचकर अपनी आपबीती सुनाई। पीड़िता अपने बाप संतोष रजक जो नावाडीह थाना के चौकीदार बताया जाता है और सौतेली मां पर मारपीट ,प्रताड़ित करने,गर्म लोहे की रड़ से शरीर पर दागने एंव अपहरण करवाकर जान मरवाने का आरोप लगाया गया है ।इस संबंध में पीड़िता ने बताया कि मेरा बाप संतोष रजक एवं सौतेली मां, भाई ,बहन मारपीट ,प्रताड़ित ,गाली गलौज,करते थे। जब मैं थक हार कर थाना जाने लगे तब बीच रास्ते में ही मेरा बाप साथ में महिला थाना ले जाने की बात कह कर दूसरे के घर में कैद कर हमें रखा गया इसके बाद कुछ पदार्थ खिलाया गया जिसके बाद हमें कुछ याद नहीं रहा बताया कि हमें दूसरे लोगों के द्वारा अपहरण करवाकर कैद कर भुखे प्यासे रखा गया और जान मरवाने का प्रयास किया गया बताया कि इस दौरान अपहरणकर्ताओ से मेरा बाप मिलने आया और इस दौरान उन्होंने अपहरण कर्ताओं को कहा कि इस लड़की का मामा घर के लोग लापता करवाने की आरोप मेरे ऊपर लगाकर आवेदन दिया है।इसलिए लड़की को जान से नहीं मारना है। जिसके बाद अपहरणकर्ताओ के द्वारा ट्रेन गाड़ी से कहीं ले जाने की तैयारी थी लेकिन स्टेशन पर ही किसी तरह हम डस्टबिन में छुंप गए तब अपहरण कर्ताओं के द्वारा खोजबीन किया गया बताया कि हमारी तबीयत भूखे प्यासे इतनी खराब थी कि इसके बाद हम धनबाद स्टेशन कैसे पहुंचे कुछ याद नहीं है।आगे बताया कि एक महिला के द्वारा मदद मिलने पर हम बोकारो एसपी के पास पहुंचकर अपनी दर्दभरी आप बीती सुनाई इसके बाद हमें बेरमो महिला थाना भेज दिया गया जहां हमें चार दिन रखा गया इसके बाद तेनुघाट न्यायालय में हमारा व्यान दर्ज करवाया गया ।
वही इस घटना को लेकर पीड़िता एवं उसके मामा चलकरी निवासी सोनू रजक घर के लोगों ने आरोपियों पर कडी से कडी कार्रवाई करने एवं न्याय करने की गुहार लगाई है।
वही इस संबंध में पीड़िता के मामा सोनू रजक ने बताया कि लापता होने की सूचना हमें तब मिली जब होली के 2दिन बाद हम अपने भगिनी को लाने गए थे लेकिन उसके घर वालों के द्वारा बताया गया कि लड़की एक सप्ताह से लापता है और हम लोगों को भी मारपीट गाली गलौज की धमकी देकर भगा दिया गया, जिसके बाद हम लोगों को अनहोनी होने की संभावना हुई जिसके बाद थाना में आवेदन देकर खोजबीन के लिए गुहार लगाई।
इस संदर्भ में बेरमो महिला थाना प्रभारी ने जानकारी देते बताया कि यह मामला अनुसंधान पर है पहले से ही मामला दर्ज है । तेनुघाट न्यायालय में 30 अप्रैल को पीड़िता से व्यान लिया गया है।
गाजीपुर डीएम के हस्तक्षेप से पोखरी व भीटे पर भूमाफियाओं का नाम किया गया निरस्त
गाजीपुर युवती से छेड़खानी कर मनचले हुए फरार
गाजीपुर 7 मई को होगा नामांकन, डीएम का जायजा
गाजीपुर डीएम ने रोका वरिष्ठ कोषाधिकारी का वेतन
गाजीपुर वाह रे! जमाना,बाप ने बेटे को किया लहुलुहान