BASTI शादी का झांसा देकर दुष्कर्म करने से संबंधित अभियुक्त को किया गिरफ्तार
रिपोट: शिव प्रकाश चौबे
रिपोर्टर: भानपुर- बस्ती U.P.
BASTI – थाना हरैया पुलिस द्वारा शादी का झांसा देकर दुष्कर्म करने के संबंध में थाना हरैया वांछित अभियुक्त अमित कुमार पुत्र राम सुगन यादव निवासी ग्राम पीनेसर थाना हर्रैया जनपद बस्ती को मुखबिर ख़ास की सूचना पर दिनांक-03.11.2024 को समय करीब 13:20 बजे बिहरा मोड़ से गिरफ्तार कर अन्य आवश्यक वैधानिक कार्यवाही पूर्ण करते हुए माननीय न्यायालय बस्ती रवाना किया गया।
-लुनाई चिराई के नए पट्टे देने का वादा भी भ्रमित करने वाला
BASTI घाट का निरीक्षण कार्य में लगे पुलिस अधिकारी को आवश्यक निर्देश दिया–
जिला पंचायत सदस्य तरूण बाहेती ने कहा कि नई नीति में प्रावधान किया है की सीपीएस पध्दत्ति से अफीम की खेती करने वाले जिन किसानों सरकार को 900 किलो प्रति हेक्टेयर के मान से सीपीएस डोडे उपलब्ध कराए हैं उन्हें लुनाई चिराई(पांरपरिक) अफीम खेती के लायसेंस दिए जाएंगे। जबकि सरकार का सीपीएस डोडा खरीद का प्रावधान हीं 700 किलो प्रति हेक्टेयर है। वहीं सरकार ने 650 किलो प्रति हेक्टैयर से कम सीपीएस डोडा देने वाले किसानों के पट्टे होल्ड कर दिए जो बिल्कुल तर्क संगत नहीं है। नियमानुसार पट्टे होल्ड करने का प्रावधान पिछली डोडा चुरा नीति में दर्शाया जाना था जो नहीं किया गया। किसानों को बिना जानकारी के हीं उनका हक खत्म किया जा रहा है। इस नियम से हजारों किसानों के पट्टे कटेंगे। इससे किसानों में सांसद गुप्ता एवं सरकार के खिलाफ भारी रोष है।
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मार्फ़ीन का औसत कैसे बढाए, किसानो को आज तक नहीं मिला प्रशिक्षण-
श्री बाहेती ने कहा कि नई नीति में 5.9 मार्फ़ीन का नियम लागू कर दिया गया है। जो दूसरा काला क़ानून है।अफीम किसानों को फसल में मार्फ़ीन का औसत को कैसे बढाया जाए,इसको लेकर कभी किसानों को कोई प्रशिक्षण नहीं दिया है। किसानों को उचित ढंग से खेती करने एवं मॉर्फिन की मात्रा कैसे बढ़ाई जाए इसकी कोई जानकारी तक नहीं है फिर आखिर कैसे किसान अफीम में मार्फ़ीन की मात्रा बढ़ाएगा। कुल मिलाकर यह खेती अब भाग्य और किस्मत के भरोसे ही हो गई है। किसान इसका बड़े स्तर पर विरोध की तैयारी कर रहे है।
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-नए किसानो का आखिर क्या दोष उन्हें पट्टे क्यों नहीं-
बाहेती ने कहा कि सांसद सुधीर गुप्ता भले ही पट्टे बढ़ाने की झूठी तारीफ़ करवाते है लेकिन हकीकत यह है की पिछले 10 वर्षों में एक भी नये किसान को एक भी नया अफीम पट्टा जारी नहीं किया गया। सिर्फ उन पुराने किसानों पट्टे जारी करने की बात होती है जो पिछले कुछ सालों में औसत पूरी नहीं देने से या अन्य कारणों से पट्टे काटे गए थे। नए किसानों का आखिर क्या दोष है। क्या बाद में पैदा होकर उन्होंने गुनाह कर दिया? बाहेती ने मांग करी की पुराने किसानों के साथ साथ नए किसानों को भी प्रतिवर्ष नये अफीम पट्टे दिए जाने चाहिए।
BASTI घाट का निरीक्षण कार्य में लगे पुलिस अधिकारी को आवश्यक निर्देश दिया
कांग्रेस के प्रदेश सचिव श्री बाहेती ने आरोप लगाया कि सांसद सुधीर गुप्ता अफीम काश्तकारों को नई अफीम नीति में राहत दिलाने के सब्जबाग तो दिखाते हैं, पर स्थिति यह है कि पिछले 10 सालों से वह अफीम फसल को प्रधान मंत्री की फसल बीमा योजना में शामिल नहीं करा पाए, जिसका परिणाम है कि प्राकृतिक आपदा के दौरान अफीम फसल पहुंचने वाली क्षति, सीधे तोर पर अफीम काश्तकार को नुकसान पहुंचाती है, जिसका उसे मुआवजा तक नहीं मिलता है।
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