uttar pardesh थाने में किसानों ने पकौड़े तले, 20 घंटे से धरना:मेरठ SSP हाथ जोड़कर मनाने पहुंचे; गन्ना समिति चुनाव में पर्चा कैंसिल होने से नाराज
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uttar pardesh देर रात SSP डॉ. विपिन ताडा खुद किसानों को मनाने पहुंचे। हाथ जोड़कर वह किसानों को मनाते रहे। किसान नेता विजयपाल घोपला सहित अन्य किसानों से धरना खत्म करने का आग्रह किया, लेकिन किसान नहीं माने। रातभर किसानों का थाने पर धरना चला, जो शनिवार सुबह भी जारी है।
सुबह किसानों ने थाने में ही कडाही चढ़ा दी। गोभी के पकौड़े तले और चाय बनाकर नाश्ता किया। अभी भी किसान अपनी मांग पर अड़े हैं। किसानों की मांग है कि चुनाव में जो पर्चे कैंसिल किए गए हैं, उनको बहाल किया जाए। किसानों ने सत्ताधारी दल के दबाव में चुनाव होने का आरोप लगाया। दोपहर को राकेश टिकैत भी पहुंचेंगे। किसानों की संख्या बढ़ती जा रही है
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भाजपा के किसी प्रत्याशी का पर्चा कैंसिल नहीं किसान नेता विजयपाल घोपला ने कहा- सत्ताधारी दल चुनाव नहीं चाहता, इसलिए पूरे चुनाव पर अपना कब्जा कर लिया है। सारे किसानों के पर्चे कैंसिल करा दिए हैं। सहकारी गन्ना विकास समिति चुनाव के डेलिगेट्स नामांकन में शुक्रवार को मोहिउद्दीनपुर गन्ना सोसाइटी में नामांकन पर्चों की जांच में चुनाव अधिकारी द्वारा 255 नामांकन पर्चों में से 102 पर्चे निरस्त कर दिए गए।
इस बात पर भाकियू के जिलाध्यक्ष के नेतृत्व में डेलीगेट्स ने चुनाव अधिकारी पर मनमानी का आरोप लगाकर हंगामा कर दिया। उन्होंने चुनाव अधिकारी से 102 पर्चों के निरस्त करने का करण पूछा। किसानों ने आरोप लगाया कि भाजपा से किसी का पर्चा कैंसिल नहीं किया गया।
80 गांवों के लिए हो रहा चुनाव जिले में गन्ना समिति डेलिगेशन की चुनाव प्रक्रिया चल रही है। 80 गांवों में 160 पदों यानी हर गांव में 2 पदों पर चुनाव होना है। शुक्रवार को मोहिउद्दीनपुर में पर्चों की स्क्रूटनी हो रही थी। चुनाव में भाजपा सहित भाकियू सहित अन्य दलों के प्रत्याशियों ने पर्चे भरे हैं।
स्क्रूटनी में तमाम किसानों और भाकियू सदस्यों के पर्चों को कैंसिल कर दिया गया। अपने पर्चे कैंसिल होने पर भाकियू नेता भड़क गए। किसानों ने हंगामा करते हुए आरोप लगाया कि सत्ताधारी दल के दबाव में किसानों के पर्चों को निरस्त किया गया है।