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MAU एक पिता को कलयुगी पुत्रों से जान का खतरा,भांजा बना सहाराMAU एक पिता को कलयुगी पुत्रों से जान का खतरा,भांजा बना सहारा

राजेश वर्मा
स्टेट कोऑर्डिनेटर उत्तर प्रदेश
चाणक्य न्यूज इंडिया
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MAU एक पिता को कलयुगी पुत्रों से जान का खतरा,भांजा बना सहारा

MAU/हलधरपुर/मधुबन

एक पुत्र को प्राप्त करने के लिए लोग क्या-क्या नहीं करते हैं कहां-कहां मन्नते नहीं मानते हैं किस किस जगह माथा नहीं टेकते हैं,
लेकिन जब पुत्र ही अपने पिता के जान का दुश्मन बन जाए तो इसे क्या कहा जा सकता है,

MAU एक पिता को कलयुगी पुत्रों से जान का खतरा,भांजा बना सहारा
MAU एक पिता को कलयुगी पुत्रों से जान का खतरा,भांजा बना सहारा

इसी तरह का एक मामला संज्ञान में आया है जनपद मऊ के थाना
हलधरपुर के ग्राम बेरुकी जमदरा में,
जहां एक पिता ने अपने ही दोनों पुत्रों से अपनी जान को खतरा बताया और कहा कि मेरे ही पुत्र मेरी जान को मारने की साजिश कर रहे हैं,
अपनी प्राण रक्षा के लिए वह पुत्र के पास नहीं, अपनी पुत्री के पास नहीं, अपने भांजे के पास रह रहा है,
यह मामला मऊ जनपद के हलधरपुर थाना क्षेत्र के बेरुकी जमदरा गांव की निवासी दुर्ग विजय सिंह का है,

पिता दुर्ग विजय सिंह का आरोप है कि उनके दोनों पुत्र परशुराम उर्फ रामू व पिंकू सिंह तथा पुत्री सरिता सिंह और दामाद राकेशानंद सिंह उर्फ पप्पू सिंह एक राय होकर उनकी सभी संपत्ति हड़पकर षड्यंत्र करके उनको जान से मारने की फिराक में है यह लोग कभी भी उनके साथ अनहोनी कर सकते हैं, यह आरोप एक पिता ने अपने पुत्रों और दामाद पर लगाया है,
साथ ही इसके चलते दुर्ग विजय सिंह मधुबन थाना क्षेत्र के हकारी पुर निवासी अपने भांजे देवेंद्र सिंह पुत्र कामता सिंह के साथ रह रहे हैं उधर दुर्ग विजय सिंह के बेटे और दामाद पुलिस में तरह-तरह के शिकायत कर अपने साथ रहने के लिए विवश कर रहे हैं,

MAU एक पिता को कलयुगी पुत्रों से जान का खतरा,भांजा बना सहारा
MAU एक पिता को कलयुगी पुत्रों से जान का खतरा,भांजा बना सहारा

फिलहाल पीड़ित पिता पुलिस अधीक्षक मऊ इलामारन के पास अपना प्रार्थना पत्र दिया है जिस पर पुलिस अधीक्षक मऊ ने दुर्ग विजय सिंह के प्रार्थना पत्र पर ठोस कार्रवाई करने का आश्वासन भी दिया है,
आरोपी पिता अर्थात दुर्ग विजय सिंह ने अपने पुत्रों और दामाद पर यह आरोप भी लगाया है तथा जिलाधिकारी मऊ को शपथ पत्र भी दाखिल किया है की पीड़ित पिता के दामाद फर्जी तरीके से उनकी जमीन को फर्जी ढंग से दान पत्र के रूप में पीड़ित दुर्ग विजय सिंह से फर्जी तरीके से लिखवा लिया है,तथा बिना जानकारी के ए टी एम के कागजात पर हस्ताक्षर करवा कर फर्जी तरीके से ए टी एम बनवाया और अपने को नॉमिनी करके फर्जी कागजात के आधार पर ए टी एम से 14 लाख 28 हजार रुपए बद नियति से निकाल लिया जिसकी जांच पुलिस अधीक्षक मऊ द्वारा कराए जाने के बाद राकेशानंद सिंह, सरिता सिंह और संजय सिंह के खिलाफ मुकदमा कायम किया जा चुका है, साथ ही दुर्ग विजय सिंह ने पुत्रों के आरोपो को खारिज करते हुए हकारीपुर निवासी देवेंद्र सिंह के साथ रहने का बयान पुलिस को जब दिया उस आधार पर पुलिस ने वरिष्ठ नागरिक को उसकी स्वतंत्रता का सम्मान करते हुए उन्हें देवेंद्र सिंह की सुपुर्दगी में दे दिया,
तथा पुत्रों और दामाद की शिकायत झूठी पाए जाने पर पुलिस ने उन लोगों को फटकार लगाते हुए वरिष्ठ नागरिक की भावनाओं का सम्मान करते हुए उनके यतिष्ठ स्थान पर अपना जीवन यापन करने का अवसर प्रदान किया,