BIHAR नहाय खाय के साथ शुरू हुआ छठ महापर्व
व्रतियों ने गंगा में डुबकी लगाई, पूजा की; नदी के पानी से बनाया कद्दू-भात
नहाय-खाय के साथ लोक आस्था के महापर्व छठ की शुरुआत हो गई है। पटना, मुजफ्फरपुर, भागलपुर, वैशाली समेत पूरे राज्य के घाटों पर सुबह से ही व्रतियों और श्रद्धालुओं की भीड़ दिखाई दे रही है। व्रतियों ने गंगा में स्नान किया। नए कपड़े पहनकर भगवान भास्कर की पूजा की। इसके बाद नदी का पानी लेकर व्रती घर पहुंचे। इसी पानी से कद्दू-भात, चने की दाल का प्रसाद बनाया गया। व्रती आज इसे ही खाएंगे।
महापर्व के पहले दिन भोजन में लहसुन-प्याज का इस्तेमाल नहीं होता है। इस दिन लौकी की सब्जी, अरवा चावल, चने की दाल बनती है। जिसे प्रसाद के रूप में ग्रहण किया जाता है।
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कद्दू भात खाने का महत्व
मन, वचन, पेट और आत्मा की शुद्धि के लिए छठ व्रतियों के पूरे परिवार के साथ कद्दू-भात खाने की परंपरा वर्षों से चली आ रही है। कद्दू में एंटी-ऑक्सीडेंट्स पर्याप्त मात्रा में मौजूद होता है। जिससे इम्यून सिस्टम स्ट्रॉन्ग होता है।
तस्वीरों से समझिए छठ महापर्व के पहले दिन नहाय-खाय की विधि
भागलपुर के बरारी-सीढ़ी घाट पर गंगा स्नान करने छठव्रती की भीड़ देखी जा रही है। यहां करीब 50 हजार छठव्रतियों ने गंगा स्नान किया। भागलपुर, बांका और मुंगेर सहित आसपास के कई जिलों से काफी संख्या में श्रद्धालु गंगा स्नान करने के लिए भागलपुर बरारी-सीढ़ी घाट पहुंचे हैं।
वैशाली के हाजीपुर कोनहारा गंडक नदी घाट ,कौशल्या घाट, पूल घाट, सीढ़ी घाट समेत जिले के अलग-अलग घाटों पर छठ व्रती ने स्नान पूजा की।
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भागलपुर में गंगा के पानी में गेंहू धोते लोग
भागलपुर के बरारी-सीढ़ी घाट पर गंगा स्नान करने छठव्रती की भीड़ देखी जा रही है। यहां करीब 50 हजार छठव्रतियों ने गंगा स्नान किया। भागलपुर, बांका और मुंगेर सहित आसपास के कई जिलों से काफी संख्या में श्रद्धालु गंगा स्नान करने के लिए भागलपुर बरारी-सीढ़ी घाट पहुंचे हैं।
वैशाली में छठव्रतियों से बात की भास्कर रिपोर्टर प्रेम