बस्ती: साईबर अपराध थाना बस्ती आपसब को साईबर अपराधियों की अपराध शैली डिजिटल अरेस्ट से सावधान करता है।
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रिपोर्ट: जितेंद्र कुमार त्रिपाठी
ब्यूरो प्रमुख -बस्ती जनपद
दिनांक – 19 अक्टूबर 2024
1. पहले वो खुद को कोरियर वाला, ट्राई या RBI , YOUTUBE के स्टाफ होना बताएंगे/ फिर आपके पार्सल में ड्रग्स होना/आपके आधार से खरीदे गए सिम का दुरुपयोग/ आपके बैंक खाता का हवाला या आतंकवादी गतिविधि में उपयोग आपका फोटो अश्लील साइट पर होना बताएंगे/ फिर आपका कॉल NCB/CBI/NIA/ CRIME BRANCH/ ED को फॉरवर्ड करेंगे या उनके द्वारा कॉल आने की बात बताएंगे /
2. फिर फर्जी अधिकारी (जो पुलिस वर्दी पहने हो सकते हैं) आपसे व्हाट्सएप वीडियो कॉल या स्काइप कॉल पर पूछताछ की नौटंकी करेंगे आपको आपके परिवार से अलग करेंगे और किसी से पूछताछ के बारे में नहीं बताने का आदेश देंगे, कई तरह के फर्जी दस्तावेज भेजेंगे दिल्ली मुंबई जैसे दूर के शहर में बुलाएंगे , आपके द्वारा आने में असमर्थता दिखाने पर व्हाट्सएप /स्काइप कॉल पर प्रोसिडिंग पूरा करने बोलेंगे , 10 मिनट में पुलिस भेजने का डर दिखाएंगे, हर समय वीडियो कॉल पर उपस्थित रहने का आदेश देंगे
3. इन्वेस्टिगेशन का नाटक करेंगे कभी कभी तो कोर्ट प्रोसिडिंग का नाटक करेंगे / फिर आपसे कितने बैंक अकाउंट है, उनमें कितना अकाउंट बैलेंस पूछेंगे आपका आधार पैन मांगेंगे ( कभी कभी अपराधी के पास बैंक खाता की जानकारी पहले से हो सकती है) / आपके अकाउंट का पैसा अपने अकाउंट में ट्रांसफर करवाएंगे जिसे वे RBI का खाता बताएंगे। अकाउंट में बैलेंस नहीं होने पर लोन भी लेने बोलेंगे । इस दौरान आपको कई प्रकार की मानसिक यातना देंगे । कई बार लोग बैंक जाकर भी रुपए ट्रांसफर कर देते हैं ।परंतु किसी को बताते नहीं हैं ।
इस क्राइम से बचे कैसे
1. विदेशी कोड वाले नंबर के कॉल व्हाट्सएप कॉल न उठाएं , उन्हें ब्लॉक करें ।
2. कॉल और वीडियो कॉल पर अपने बैंक अकाउंट की जानकारी किसी परिस्थिति में किसी को न दे, चाहे कोई खुद को IPS अधिकारी , मजिस्ट्रेट , जज , RBI का अधिकारी क्यों न बताएं ।
3. फर्जी कॉल पर अपने दस्तावेज शेयर नहीं करें ।
4. इस प्रकार की कॉल आने पर अपने नजदीकी थाने, साईबर थाने, NCRP हेल्पलाइन 1930 पर संपर्क करें ।
5. अगर आपके परिवार का या आसपास का व्यक्ति खुद को कमरे में बंद कर रहा हो या लगातार वीडियो कॉल पर हो तो उन्हें साईबर अपराध कर्मी के इस तरीके के बारे बताए ।
5. आप इस प्रकार प्रताड़ित हुए हो तो अपना अनुभव को लोगों के साथ साझा करें । क्योकि जानकारी ही बचाव है ।
ध्यान रखें कोई भी एजेंसी/ पुलिस आपको डिजिटल अरेस्ट नहीं कर सकती है ।