: चतुर्थ वार्षिक श्रीमद्भागवत पाठ का भव्य आयोजन, बेलशिरी चाय बगान में निकली शोभायात्रा
धार्मिक समरसता और आध्यात्मिक ऊर्जा से ओतप्रोत हुआ शोनितपुर जिला
शोनितपुर, असम | संवाददाता विशेष
शोनितपुर जिले के बेलशिरी चाय बगान स्थित शिव मंदिर प्रांगण में चतुर्थ वार्षिक श्रीमद्भागवत पाठ का आयोजन पूरे श्रद्धा, भक्ति और सामाजिक सहभागिता के साथ संपन्न हुआ। यह आयोजन बेलशिरी चाय बगान शिव मंदिर प्रबंधन समिति के द्वारा संपन्न हुआ, जिसने क्षेत्र में धार्मिक एकता और संस्कृति के संवर्धन की एक मिसाल कायम की।
ASSAM: धार्मिक आस्था और संस्कृति का संगम
श्रीमद्भागवत पाठ हिन्दू धर्म में एक अत्यंत पावन और आध्यात्मिक अनुष्ठान माना जाता है। इसमें श्रीकृष्ण की लीलाओं, धर्म, भक्ति और मोक्ष की गूढ़ बातों का वर्णन होता है। पाठ के आयोजन के साथ-साथ श्रद्धालु भक्तों द्वारा एक श्रीश्री भागवत शोभायात्रा भी निकाली गई, जिसने समूचे इलाके को भक्ति रस में डुबो दिया।
शोभायात्रा का दृश्य
शोभायात्रा में श्रीकृष्ण, राधा, एवं अन्य देवी-देवताओं की झांकियों के साथ पारंपरिक वाद्य यंत्रों, ढोल-नगाड़ों और भजन-कीर्तन का अद्भुत संगम देखने को मिला। ग्रामीण महिलाएं पूजा की थाल सजाकर शोभायात्रा में सम्मिलित हुईं, वहीं बच्चे-बुजुर्ग, युवक-युवतियां – सभी ने मिलकर इस यात्रा को एक भव्य रूप प्रदान किया।
मुख्य अतिथि और उद्घाटन
शोभायात्रा का शुभारंभ बेलशिरी चाय बगान के मुख्य प्रबंधक लक्ष्मी माझी देव ने किया। उन्होंने अपने संबोधन में कहा:
“धार्मिक आयोजनों से न केवल आध्यात्मिक शांति मिलती है, बल्कि समाज में एकता, प्रेम और सेवा की भावना भी जागृत होती है।“
इस अवसर पर अखिल असम आदिवासी छात्र संघ (AAACSU) के शोनितपुर जिला उपाध्यक्ष सुरेश तांती भी मौजूद रहे। उन्होंने आयोजकों को धन्यवाद देते हुए कहा:
“ऐसे आयोजन हमारी सांस्कृतिक पहचान और एकजुटता को मजबूती देते हैं। हमें इनका निरंतर समर्थन करना चाहिए।“
समाज में सकारात्मक संदेश
इस आयोजन ने न सिर्फ धार्मिक भावनाओं को जागृत किया, बल्कि समाज के विभिन्न वर्गों को एक मंच पर लाकर सांस्कृतिक एकता और आपसी भाईचारे का भी संदेश दिया। आयोजन में विशेष रूप से आदिवासी समुदाय की भागीदारी उल्लेखनीय रही, जिसने दर्शाया कि संस्कृति और आस्था जाति-धर्म से ऊपर होती है।
प्रबंधन समिति का योगदान
बेलशिरी चाय बगान शिव मंदिर प्रबंधन समिति पिछले चार वर्षों से इस वार्षिक श्रीमद्भागवत पाठ का आयोजन करती आ रही है। समिति के सदस्य अनिल हेम्ब्रम, सोमर टोप्पो, फुलमनी एक्का आदि ने आयोजन की सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
समिति ने जानकारी दी कि इस बार का आयोजन विशेष रूप से समुदाय की सहभागिता और युवा वर्ग की उत्साही भागीदारी के कारण और भी सफल रहा। आने वाले वर्षों में इस आयोजन को और व्यापक बनाने की योजना भी बनाई जा रही है।