14/09/2024
राजेश वर्मा
स्टेट कोर्डिनेटर उत्तर प्रदेश
चाणक्य न्यूज नेटवर्क
6392216812
*वन विभाग एवं जिला पोषण समिति की बैठक हुई संपन्न*
*वृक्षारोपण एवं जियो टैगिंग शत प्रतिशत पूर्ण कराने के दिए निर्देश*
*समस्त आंगनबाड़ी केन्द्रों पर कम से कम 50 प्रतिशत बच्चों की उपस्थिति के प्रयास के दिए निर्देश*
*सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों पर खेलकूद एवं बाल प्रतियोगिता कराने के दिए निर्देश*
मऊ…
जिलाधिकारी प्रवीण मिश्र की अध्यक्षता में जिला वृक्षारोपण, पर्यावरण एवं गंगा समिति जिला पोषण समिति एवं राष्ट्रीय पोषण के प्रभावी क्रियान्वयन के प्रगति के संबंध में समीक्षा बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में संपन्न हुई।
बैठक के दौरान प्रभागीय निदेशक सामाजिक वानिकी अधिकारी ने वृक्षारोपण के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि वृक्षारोपण एवं जियो टैगिंग का कार्य लगभग पूर्ण हो चुका है शेष 6 विभागों द्वारा जियो टैगिंग का कार्य पूर्ण न होने के कारण लक्ष्य को पूरा नहीं किया जा सका है। जिसमें माध्यमिक शिक्षा, उच्च शिक्षा, बेसिक शिक्षा, जल शक्ति विभाग, सहकारिता विभाग तथा कृषि विभाग द्वारा जियो टैग का कार्य सत प्रतिशत न करने के कारण वृक्षारोपण की स्थिति पूर्ण न हो सकी है। जिलाधिकारी ने संबंधित विभागों को कड़े निर्देश दिए की वृक्षारोपण एवं जियो टैग का कार्य जल्द से जल्द पूर्ण करा लें, जिससे जनपद का लक्ष्य पूरा हो सके। इसके साथ ही जिन विभागों की जियो टैगिंग पूर्ण हो गई है उन विभागों की जिलाधिकारी द्वारा प्रशंसा की गई। जिलाधिकारी ने वृक्षारोपण को शत प्रतिशत जीवित रखने तथा वृक्षारोपण स्थलों की सुरक्षा हेतु तार फेंसिंग, ट्री गार्ड एवं सिंचाई व्यवस्था के कार्यों पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। जिला पर्यावरण समिति की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने प्रदूषण नियंत्रण द्वारा विकसित बेब पोर्टल पर विषयवार टेम्पलेट को संबंधित विभाग विषयवार सूचना टेम्पलेट में भरकर प्रति माह के प्रथम कार्य दिवस में जिला वन अधिकारी को उपलब्ध कर दें, ताकि सूचना वेब पोर्टल पर समय से अपलोड किया जा सके।
जिला गंगा समिति की समीक्षा में जिलाधिकारी द्वारा जनपद से जाने वाली नदियों में पर्यावरण प्रदूषण की रोकथाम, नियंत्रण एवं उपशमन और जल का सतत पर्याप्त प्रवाह के संबंध में जल संसाधन नदी विकास और गंगा संरक्षण मंत्रालय द्वारा जारी आदेशों के अनुरूप उपस्थित समस्त अधिकारियों को विस्तृत रूप से जानकारी दी गई। उन्होंने बताया कि तमसा व सरयू नदी को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए प्रत्येक गांव के ग्राम सभा के सरपंच को प्रेरित करें, जन जागरूकता अभियान के लिए स्वच्छता पखवाड़ा कार्यक्रम जैसे नियमित तमसा व घाघरा नदी के किनारे स्थित घाटों पर आरती, घाट पर योग, पेंटिंग प्रतियोगिता, स्कूल व कॉलेज के बच्चों को जागरूक करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए। उन्होंने कहा कि तमसा व घाघरा नदी में प्रदूषण का सबसे बड़ा स्रोत अनट्रीटेड वाटर डिस्चार्ज होता है इस समस्या को दूर करने के लिए सभी नालों की टैपिंग व बायोरेमेडीएशन के उपरांत ही नदी में प्रवाहित करें। नदी के जल को और स्वच्छ करने के लिए एफएसटीपी का क्रियान्वयन होना अत्यंत महत्वपूर्ण है। जनपद में प्रवाहित हो रही नदियों में भूमि अतिक्रमण की रोकथाम हेतु उचित कार्रवाई करने के लिए जिलाधिकारी द्वारा संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया गया।
इसके अलावा जिला पोषण समिति की समीक्षा के दौरान जिला कार्यक्रम अधिकारी अजीत सिंह ने बताया कि पोषण माह के अंतर्गत किन-किन बातों का विशेष ध्यान देना है, जिसकी संपूर्ण जानकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जुड़े समस्त खंड विकास अधिकारियों एवं बैठक में उपस्थित संबंधित अधिकारियों को दी। जिलाधिकारी द्वारा समस्त सीडीपीओ से आंगनवाड़ी केन्द्रों पर बच्चों की उपस्थिति आदि की जानकारी ली गई तथा उन्होंने समस्त खंड विकास अधिकारियों एवं सीडीपीओ को निर्देश दिए की आंगनवाड़ी केन्द्रों का नियमित भ्रमण करें, जिससे आंगनबाड़ी केन्द्रों पर हो रही समस्याओं का पता चल सके और उसका स समय निस्तारण किया जा सके। जिलाधिकारी ने कहा कि समस्त आंगनबाड़ी केन्द्रों पर खेलकूद एवं पेंटिंग प्रतियोगिता सहित अन्य गतिविधियों को नियमित कराते रहे, जिससे बच्चों के उपस्थिति बनी रहे। जिलाधिकारी द्वारा सभी सीडीपीओ को निर्देशित किया गया कि अपने-अपने आंगनबाड़ी केन्द्रों पर बच्चों के खाने-पीने एवं खेलकूद आदि की व्यवस्था निश्चित रूप से कराएं। इसके साथ ही जिलाधिकारी ने सभी सीडीपीओ को निर्देश दिए कि सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों पर कम से कम 50 प्रतिशत बच्चों की उपस्थिति अनिवार्य रूप से कराएं और उसका फीडबैक भी ग्रुप के माध्यम से दें।
बैठक के दौरान मुख्य विकास अधिकारी प्रशांत नागर, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर राहुल सिंह, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी संतोष उपाध्याय सहित संबंधित अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।