31/08/2024
राजेश वर्मा
स्टेट कोर्डिनेटर Uttar pradesh
चाणक्य न्यूज नेटवर्क
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Uttar pradesh जिलाधिकारी की अध्यक्षता में जिला स्वास्थ्य समिति के शासी निकाय की बैठक संपन्न।*
Uttar pradesh राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम के तहत कुष्ठ रोगी खोजी अभियान के संबंध में बैठक कर दिए आवश्यक निर्देश।
Uttar pradesh टीकाकरण से जुड़े कर्मचारियों का निर्धारित करें उत्तरदायित्व, लापरवाही करने पर करें कड़ी कार्रवाई।*
Uttar pradesh 2 सितंबर से 15 सितंबर 2024 तक चलेगा कुष्ठ रोगी खोजी अभियान*
Uttar pradesh जिलाधिकारी श्री प्रवीण मिश्र की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में जिला स्वास्थ्य समिति के शासी निकाय एवं राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम के तहत कुष्ठ रोगी खोजी अभियान के संबंध में बैठक संपन्न हुई।
कुष्ठ रोगी खोजी अभियान के संबंध में बैठक के दौरान मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि जनपद में 1 अप्रैल 2024 से 31 जुलाई 2024 तक कुल 28 मरीज मिले।
कुष्ठ रोग खोजी अभियान के दौरान जनपद में कुल 2513 टीमों का चयन किया गया है। प्रत्येक टीम में एक महिला एवं एक पुरुष शामिल होंगे। यह अभियान 2 सितंबर से 15 सितंबर 2024 तक संचालित होगा, जिस दौरान घर-घर जाकर लोगों की जांच की जाएगी। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम का लक्ष्य 2027 तक शून्य सक्रिय रोगी, शून्य चाइल्ड रोगी एवं शून्य विकलांगता के रोगी के स्तर को प्राप्त करना है। कुष्ठ रोगी खोजी अभियान की तैयारी की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने इनसे जुड़े समस्त कर्मचारियों को सघन रूप से कार्यक्रम को चलाने के निर्देश दिए। उन्होंने समस्त व्यक्तियों की जांच करने को कहा, जिससे शुरुआती चरण में ही मरीज का पता लगाने तथा उसका समय से इलाज करने में सहूलियत हो सके। उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को कुष्ठ रोग के प्रारंभिक लक्षणों का प्रचार-प्रसार करने तथा लोगों को जागरूक करने को कहा, जिससे लोग सजग होकर समय से अपना इलाज करें तथा इस रोग से अपना बचाव कर सके। कुष्ठ रोग को स्थानीय स्तर पर सुन्न बहरी नाम से भी जाना जाता है। जिलाधिकारी ने कुष्ठ रोगी खोजी अभियान को सफल बनाने हेतु बेहतर कार्य योजना तैयार कर कार्य करने के निर्देश दिए।
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जिला स्वास्थ्य समिति के शासी निकाय की बैठक के दौरान मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों एवं प्राइवेट स्वास्थ्य केन्द्रों में जुलाई माह में कुल 82.24 प्रतिशत संस्थागत प्रसव कराए गए।रतनपुरा एवं परदहां ब्लॉक में पिछले माह के मुकाबले कम संस्थागत प्रसव हुए। जिलाधिकारी ने समस्त सरकारी संस्थानों में प्रसव बढ़ाने के निर्देश दिए तथा ऐसी आशाओं पर कड़ी नजर रखने को कहा जो प्राइवेट अस्पतालों में प्रसव कराने हेतु लोगों को प्रेरित करती है। पिछले माह के मुकाबले सरकारी अस्पतालों में मामूली वृद्धि पर भी जिलाधिकारी ने और प्रयास कर इसमें वृद्धि करने को कहा।
जननी सुरक्षा योजना के अंतर्गत लाभार्थियों के भुगतान में 95.33 प्रतिशत प्राप्ति पर उन्होंने शत प्रतिशत लाभार्थियों को योजना का लाभ दिलाने के निर्देश दिए। मातृ मृत्यु दर की समीक्षा के दौरान उन्होंने गर्भावस्था से लेकर बच्चों के जन्म के 42 दिनों तक के बीच की स्थिति में मृत्यु का आकलन करने को कहा। हालांकि जनपद में मातृ मृत्यु दर प्रदेश स्तर से कम है। राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम की समीक्षा के दौरान उन्होंने एएनएम एवं आशाओं द्वारा नए सिरे से सर्वे कराकर शत प्रतिशत टीकाकरण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने ड्यू लिस्ट को भी अपडेट करने को कहा, जिससे टीकाकरण में शत प्रतिशत लक्ष्य हासिल किया जा सके।
उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को टीकाकरण से जुड़े कर्मचारियों का उत्तरदायित्व निर्धारित करने तथा कार्यों में लापरवाही पाए जाने वाले कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए। एसएनसीयू जिला महिला चिकित्सालय में भर्ती कराए गए शिशुओं की माहवार भर्ती की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने समस्त पीएचसी एवम् सीएससी से रेफरल बढ़ाने को कहा। एन आर सी में सैम बच्चों की जुलाई माह में मात्र 53.5 प्रतिशत भर्ती होने पर उन्होंने जिला कार्यक्रम अधिकारी को सैम बच्चों को एन आर सी में भर्ती कराने के निर्देश दिए। उन्होंने समस्त स्वास्थ्य अध्यक्षों को एएनएम, आंगनबाड़ी एवं आशा से समन्वय स्थापित कर सैम बच्चों का एन आर सी में भर्ती कराया जाना सुनिश्चित करने को कहा। साथ ही आरबीएसके टीम की सक्रियता बढ़ाने एवं लापरवाही करने पर कड़ी कार्रवाई करने के भी निर्देश स्वास्थ्य अधीक्षकों को दिए। जिला चिकित्सालय के ब्लड बैंक में रक्त कोष की समीक्षा के दौरान उपलब्ध खून की कम उपलब्धता के दृष्टिगत उन्होंने लोगों को जागरुक कर अभियान चलाते हुए ब्लड बैंक में पर्याप्त ब्लड की उपलब्धता सुनिश्चित करने हेतु प्रयास करने के लिए निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने समस्त स्वास्थ्य अधीक्षकों को खंड विकास अधिकारी, खंड शिक्षा अधिकारी, सीडीपीओ तथा उप जिलाधिकारी से समन्वय स्थापित कर विभाग की योजनाओं का क्रियान्वयन करने को कहा जिससे योजनाओं में सफलता सुनिश्चित हो सके। उन्होंने पोर्टल पर सारे डाटा समय से अपलोड करने को भी कहा जिससे प्रदेश स्तर पर जारी रैंकिंग ठीक रहे। उन्होंने इस कार्य हेतु स्वास्थ्य अधीक्षकों को पोर्टल पर अपडेट की जाने वाली जानकारी की नियमित मॉनिटरिंग करने के भी निर्देश दिए। बैठक के दौरान मुख्य विकास अधिकारी श्री प्रशांत नागर ,मुख्य चिकित्सा अधिकारी अरुण कुमार सिंह सहित अन्य संबंधित अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।
Uttar pradesh जिलाधिकारी ने 2 निर्माणाधीन परियोजनाओं का किया निरीक्षण।*