15 august कहा- 40 करोड़ भारतीयों ने आजादी दिलाई, 140 करोड़ लोग समृद्ध भारत बनाएंगे
15 august देश आज 15 अगस्त को अपना 78वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 11वीं बार लाल किले से तिरंगा फहराया। मोदी ने कहा- आजादी के दीवानों ने आज हमें आजादी के इस पर्व में स्वतंत्रता की सांस लेने का सौभाग्य दिया है। ये देश महापुरुषों का ऋणी है।इससे पहले पीएम मोदी ने सुबह राजघाट जाकर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी।78वें स्वतंत्रता दिवस की थीम विकसित भारत है। इसके तहत स्वतंत्रता के 100वें साल 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने का लक्ष्य रखा गया है। हमारा रिफॉर्म ग्रोथ का ब्लूप्रिंट हमने गरीबों को वंचितों को युवाओं के संकल्प आकांक्षाओं को आकार दिया। हमारे रिफॉर्म चार दिन की वाहवाही के लिए नहीं है। मैं आज कह सकता हूं कि हमारा रिफॉर्म ग्रोथ का ब्लूप्रिंट है। हमने राजनतिक मजबूरी के कारण ये नहीं किया। ये राजनीति का भागाकार, गुणाकार करके नहीं किया। ये नेशन फर्स्ट और हमारा भारत महान बने, उस संकल्प के साथ करते हैं।
लाइव अपडेट्स
देश में सेक्युलर सिविल कोड हो, कम्युनल सिविल कोड में 75 साल बिताए
हमारे देश में सुप्रीम कोर्ट ने यूनिफॉर्म सिविल कोड पर बात की है। मौजूदा सिविल कोड एक तरह से कम्यूनल सिविल कोड है। हमारे संविधान की भावना कहती है कि इस विषय पर देश में गंभीर चर्चा हो। जो कानून धर्म के आधार पर देश को बांटते हैं। ऐसे कानूनी आधुनिक समाज नहीं बनाते। देश में सेक्युलर सिविल कोड होना चाहिए तब जाकर धर्म के आधार पर भेदभाव से मुक्ति मिलेगी।
लोकतंत्र की मजबूती में संविधान की भूमिका
हमारे संविधान को 75 साल हो रहे हैं। देश को लोकतंत्र की मजबूती देने में संविधान की भूमिका रही है। हम संविधान में लिखे कर्तव्य के भाव पर जोर देना चाहते हैं। ये कर्तव्य सरकार के, आमजन के सभी के हैं। अगर हम इस भाव के साथ चलेंगे तो आगे बढ़ेंगे।
बांग्लादेश में हालात जल्द सामान्य हों
बांग्लादेश में जो कुछ भी हुआ, पड़ोसी देश के नाते चिंता होना स्वाभाविक है। मैं आशा करता हूं वहां हालात जल्द सामान्य होंगे। वहां के हिंदुओं-अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित हो। भारत हमेशा चाहता है पड़ोसी देश शांति के मार्ग पर चलें। हमारे संस्कार हैं, आने वाले दिनों में बांग्लादेश के विकास यात्रा में हमारा शुभ चिंतन रहेगा।
भ्रष्टाचार का महिमामंडन नहीं होना चाहिए
मैं भ्रष्टाचारियों से निपटकर रहूंगा। क्या कोई कल्पना कर सकता है कि मेरे देश में कुछ ऐसे लोग निकल रहे हैं, जो भ्रष्टाचार का महिमामंडन कर रहे हैं। समाज में इस प्रकार के बीज बोने का प्रयास हो रहा है, वो स्वस्थ समाज के लिए चुनौती है। भ्रष्टाचारियों से दूरी बनाना सही होता है, उसका महिमामंडन नहीं होना चाहिए।
बदनियत वालों को नेक नियत से जीतेंगे
राष्ट्र के सपनों को साकार करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। हम बदनियत वालों को नेक नियत से जीतेंगे। हमारा हर देशवासी भ्रष्टाचार की दीमक से परेशान रहा है। अन्याय के प्रति उसका गुस्सा राष्ट्र की प्रगति में रुकावट देता है। मैंने इसके लिए काम किया, मुझे अपनी प्रतिष्ठा भी चुकानी पड़े तो चुकाऊंगा।
मोदी बोले- चुनौतियों को चुनौती देना हिंदुस्तान की फितरत
चुनौतियां अंदर भी हैं, बाहर भी हैं, जैसे-जैसे हमारा सामर्थ्य बढ़ेगा, बाहर की चुनौतियां बढ़ेंगी। लेकिन मैं ऐसी शक्तियों से कहना चाहता हूं कि हम दुनिया को युद्ध में नहीं ले जाते। हम बुद्ध के देश हैं, युद्ध नहीं करते। मैं देशवासियों से कहना चाहता हूं कि चुनौतियों को चुनौती देना हिंदुस्तान की फितरत है।
मुठ्ठीभर स्वार्थी लोगों से सचेत रहना
कुछ लोग प्रगति देख नहीं सकते। भारत का भला नहीं सोचते। जब तक उनका भला न हो, वो सोचते नहीं। हमें ऐसे मुठ्ठीभर लोगों से सचेत रहना है। इनकी निराशावादी सोच से देश को काफी नुकसान होता है। उनकी गोद में विकृति पल रही है। ये विकृति विनाश के प्रयास में लगी है। देश को इसे समझना होगा। लेकिन मैं कहना चाहता हूं कि, हमारी नेक नियत, ईमानदारी, समर्पण विपरीत मार्ग पर जाने वालों का दिल जीतकर देश को आगे बढाएंगे।
गरीबों, दलितों, आदिवासियों को साथ लेकर चलें
हमें सफलता तब मिलती है, जब पीछे वालों को आगे लाएं। हमारे छोटे-छोटे किसान, आदिवासी, कामगार, मजदूर, गरीबों को साथ लाना है। हमें उन्हें अपने बराबर लाना है। इसके लिए एक अवसर आ रहा है। हमें पता है 1857 स्वतंत्रता संग्राम से पहले एक आदिवासी बिरसा मुंडा थे, जिन्होंने अंग्रेजों से लोहा लिया। उनकी जयंती आ रही है, उनकी 150वीं जयंती पर समाज के प्रति मम्भाव बढ़ाए। गरीबों, दलितों, आदिवासियों को अपने साथ लेकर चलें।
महिलाओं पर अत्याचार करने वालों को फांसी पर लटकाना चाहिए
दूसरी तरफ चिंता की बात ये भी है कि हमाारी माताओं-बहनों के प्रति जो अत्याचार हो रहा है, उससे जनमानस में आक्रोश है। उसे हम महसूस कर रहे हैं। महिलाओं के खिलाफ अपराधों के जल्द जांच हो, अपराधी को जल्द सजा मिले। जब महिलाओं पर अत्याचार की घटना होती है तो खबरों में रहती है, मैं चाहता हूं कि पाप करने वालों की सजा पर चर्चा हो। उन्हें फांसी पर लटकाना चाहिए। ये डर पैदा करना जरूरी है।
मोदी बोले- महिलाएं तेजी से बढ़ रही हैं
किसानों का जीवन आसान बने, गांव में टॉप क्लास इंटरनेट कनेक्टिविटी मिले, बच्चों को स्मार्ट स्कूल मिले। उनके नौजवानों को स्किल मिले। उनके नए आय के साधन मिले। उसके लिए हम प्रयास कर रहे हैं। इनोवेशन, इंपॉलयमेंट में महिलाएं तेजी से बढ़ रही हैं। हमारी एयरफोर्स, आर्मी, नेवी, स्पेस सेक्टर में महिलाओं का दमखम दिख रहा है।
मोदी बोले- हमें कृषि को रिफॉर्म करना है
विकसित भारत 2047, स्वस्थ भारत भी होना चाहिए। इसलिए विकसित भारत की पहली पीढ़ी के लिए पोषण अभियान चलाया है। हमें कृषि को रिफॉर्म करना है। पुरानी परंपराओं से मुक्ति पानी होगी। हम किसानों की मदद कर रहे हैं, आसान लोन दे रहे हैं, उसे टेक्नोलॉजी दे रहे हैं। उसे एंड टु एंड होल्डिंग मिले उस दिशा में काम रहे हैं। धरती माता की उत्पादन क्षमता कम हो रही है, ऐसे में वो किसान जो प्राकृतिक खेती कर रहे हैं। उनके लिए बजट में बड़ा प्रावधान है। आज दुनिया के लिए ऑर्गेनिक फूड बनाने वाला फूड बॉस्केट हमारे देश का किसान बना सकता है।
मोदी बोले- मेडिकल की 75 हजार सीटें बढ़ाएंगे
रिसर्च को लेकर निरंतर बल मिले, रिसर्च फाउंडेशन यह काम कर रहा है। हमने बजट में 1 लाख करोड़ रिसर्च के लिए दिया है। हमारे देश में मेडिकल एजुकेशन के लिए बच्चे विदेश पढ़ने जा रहे हैं। ऐसे-ऐसे देशों में जा रहे हैं, जिसके बारे में सोचकर आश्चर्य होता है। हमने 10 साल में मेडिकल सीटों को करीब 1 लाख कर दिया है। अगले पांच साल में मेडिकल लाइन में 75000 नई सीटें बनाई जाएंगी।
मोदी बोले- भाषा टैलेंट के रास्ते नहीं आनी चाहिए
नई शिक्षा नीति में मातृ भाषा को बल मिला। भाषा टैलेंट के रास्ते नहीं आनी चाहिए। जीवन में मातृ भाषा को बल देना होगा। आज दुनिया में जैसा बदलाव हो रहा है, तब जाकर स्किल का महत्व बढ़ गया है। हम जीवन के हर क्षेत्र में, एग्रीकल्चर में भी स्किल डेवलेपमेंट चाहते हैं, स्किल इंडिया प्रोग्राम को आगे बढ़ाया। नौजवानों की स्किल बढ़े, बाजार में उनकी ताकत दिखाई दे। आज दुनिया की परिस्थिति को देखते हुए कह सकता हूं कि नौजवान दुनिया में अपनी धमक बनाए, इसे लेकर आगे चल रहे हैं।
नालंदा का पुराना गौरव लौटाएंगे
नालंदा का महान इतिहास रहा है। हमने नालंदा यूनिवर्सिटी को फिर से शुरू किया है। हमारा प्रयास नालंदा को उसका पुराना गौरव लौटना है।
मोदी बोले- समृद्धि को अपना स्वभाव बनाना चाहते हैं
जो हो गया है, हम उससे संतोष मानकर बैठने वाले नहीं है। हम विकास को, समृद्धि को अपना स्वभाव बनाना चाहते हैं। आज नई शिक्षानीति के कारण 21वीं सदी के अनुरूप व्यवस्था बना रहे हैं, मैं नहीं चाहता कि मध्यमवर्गीय परिवार के बच्चे विदेश पढ़ने जाएं और मोटा पैसा खर्च हो। मैं चाहता हूं कि भारत में ऐसी शिक्षा व्यवस्था हो, जिससे विदेश के बच्चे यहां पढ़ने आएं।
हर परिवार की सेवा के साथ विकसित भारत का सपना
60 साल बाद लगातार तीसरी बार आपने हमें देशसेवा का मौका दिया। 140 करोड़ देशवासियों के आशीर्वाद में मेरे लिए एक ही संदेश है। जन-जन की सेवा, हर परिवार की सेवा, हम इस शक्ति को साथ लेकर विकसित भारत के सपने को लेकर चलना है। हम सभी का सिर झुकाकर आभार व्यक्त करता हूं।
ये देश का गोल्डन एरा
मेरे देश का नौजवान इंक्रीमेंटल प्रगति में विश्वास नहीं रखता। वह छलांग मार रहा है। ये गोल्डन एरा है, इसे जाने नहीं देना चाहिए। इसे पकड़कर चल पड़ेंगे तो विकसित भारत का लक्ष्य पूरा कर लेंगे।
मोदी बोले- युवाओं का देश के सिस्टम पर भरोसा बढ़ा
देश में नई व्यवस्थाएं बन रही हैं। देश को आगे ले जाने के लिए नई पॉलिसी बनाई जा रही है। इससे देश के सिस्टम पर भरोसा बढ़ता है। आज का नौजवान ये बदलाव देख रहा है। 10 साल में उसके सपनों को धार मिली है। आज दुनियाभर में भारत की साख बढ़ी है। आज दुनिया में युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर बने हैं, जो आजादी के इतने सालों बाद नहीं आए थे आज उनके दरवाजों पर दस्तक दे रहे हैं।
मोदी बोले- हमने गर्वनेंस को बदला
मोदी बोले- हमारे देश में आजादी तो मिली, लेकिन लोगों को एक तरह से माई-बाप कल्चर से गुजरना पड़ा। आज हमने गर्वनेंस के इस मॉडल को बदला है, आज सरकार खुद लाभार्थी के घर गैस का चूल्हा, पानी बिजली पहुंचाती है।
रिन्यूबल एनर्जी का संकल्प लिया, जी 20 देशों ने जितना किया है उससे ज्यादा भारत ने किया है। हम कोरोना को कैसे भूल सकते हैं। हमने दुनिया के करोड़ों लोगों को वैक्सीन दी। एक समय था जब आतंकवादी मार के चले जाते थे। अब देश की सेना सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक करती है तो देशवसियों का सीना चौड़ा हो जाता है।
3 करोड़ परिवारों को नल से जल पहुंच रहा है
आज हमारे घर में जब 3 करोड़ परिवारों को नल से जल पहुंच रहा है, तो विश्वास बढ़ता है। कौन वंचित थे, इससे दलित, शोषित और गरीब भाई-बहन इन चीजों के अभाव में जी रहे थे। हमने अनेक ऐसे प्रयास किए हैं, ताकि निचले तबके को सुविधा मिले।
घोषणाओं पर काम होता है तो भरोसा बढ़ता है
जब लालकिले से कहा जाता है हिंदुस्तान के 18 हजार गांवों में समय से बिजली पहुंचाएंगे और काम समय से होता है। तो ये भरोसा बढ़ जाता है। जब स्वच्छ भारत की बात की जाए तो सभी लोगों के अंदर स्वच्छता का वातावरण बन जाए तो मैं समझता हूं ये भारत के अंदर की नई चेतना का प्रतिबिंब है।
देशवासियों के सुझाव उनके अनुभव से निकले हैं
जब देशवासियों की इतने बड़े सपने हो, उनकी बातों में संकल्प हो तो हमारे भीतर आत्मविश्वास एक नई ऊंचाई पर पहुंच जाता है। ये भरोसा अनुभव से निकला है। ये लंबे कालखंड के परिश्रम से आया है।
मोदी ने देशवासियों के सुझाव गिनाए
युवा, बुजुर्ग, गांववासी, शहरवासी दलित आदिवासी हर किसी ने 2047 में जब देश आजादी का 100 साल मनाएगा तो उसके लिए अनमोल सुझाव दिए हैं। कुछ लोगों ने कहा- दुनिया की स्किल कैपिटल बनाएं। किसी ने मैन्यूफैक्चरिंग का ग्लोबल हब का सुझाव दिया। किसी ने यूनिवर्सिटी हब का सुझाव दिया। हमारा स्किल युवा दुनिया की पहली पसंद बनना चाहिए। भारत को जल्द से जल्द हर क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनना चाहिए। हमारे किसानों के मोटे अनाज को दुनिया के हर डाइनिंग टेबल पर लगाना है। हमारे देश की न्याय व्यवस्था में रिफार्म होने चाहिए। बहुत लोगों ने सपना देखा है- अंतरिक्ष में भारत का स्पेस स्टेशन बनना चाहिए। हमारी पारंपरिक औषधि को विकसित करना चाहिए। भारत तीसरी इकोनॉमी बनना चाहिए। ये हमारे देशवासियों के सुझाव है।
विकसित भारत के लिए करोड़ों नागरिकों ने सुझाव दिए
विकसित भारत 2047 यह सिर्फ भाषण के शब्द नहीं है, इसके पीछे कठोर परिश्रम चल रहा है। लोगों के सुझाव लिए जा रहे हैं। मुझे खुशी है कि करोड़ों नागरिकों ने अनगिनत सुझाव दिए हैं। हर देशवासी का सपना संकल्प उसमें दिख रहा है।
2047 तक विकसित भारत का संकल्प पूरा करेंगे
हमें गर्व हमारी रगों में उनका ही खून है। हमारे पूर्वज सिर्फ 40 करोड़ थे, उन्होंने गुलामी जंजीरों को तोड़ दिया था। हमारे पूर्वजों का खून हमारी रगों में अगर 40 करोड़ गुलामी की बेड़ियाों को तोड़ सकते हैं तो 140 करोड़ नागरिक अगर संकल्प लेकर चल पड़ें, एक दिशा निर्धारित कर लें, कदम से कदम मिलाकर चल पड़ें तो चुनौतियां कितनी बड़ी क्यों न हो, हर चुनौती को पार करते हुए हम समृद्व भारत बना सकते हैं। हम 2047 विकसित भारत का संकल्प प्राप्त कर सकते हैं।
अगर 40 करोड़ लोग आजाद भारत बना सकते हैं, तो 140 करोड़ उसी भाव से समृद्ध भारत बना सकते हैं। एक समय था जब लोग देश के लिए मरने के लिए प्रतिबद्ध थे। आज समय है देश के लिए जीने की प्रतिबद्धता।
हमारे पूर्वजों का एक ही सपना था- आजादी
हम आजादी के पहले के वो दिन याद करें, सैकड़ों साल की गुलामी रही। सभी ने गुलामी के खिलाफ जंग लड़ी। इतिहास गवाह है 1857 का स्वतंत्रता संग्राम से पहले आदिवासी क्षेत्रों में आजादी की जंग लड़ी जाती है। गुलामी एक लंबा काल था, जुल्मी शासक, अपरंपार यातनाएं, मानवीय विश्वास तोड़ने की तरकीबी, मगर उस वक्त 40 करोड़ देशवासियों ने जज्बा दिखाया, एक सपना लेकर चले, एक संकल्प लेकर चलते रहे। बस एक ही स्वर था वंदेमातरम। एक ही सपना था भारत की आजादी का।
आपदाओं में जिन्होंने अपनों को खोया, उनके साथ देश खड़ा है
इस साल और पिछले कुछ सालों से प्राकृतिक आपदा के कारण हमारी चिंता बढ़ती जा रही है। इसमें अनेक लोगों ने अपने परिवारजन खोए हैं, अपनी संपत्ति खोई है। राष्ट्र को भी नुकसान हुआ है मैं आज उन सब के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं, उन्हें विश्वास दिलाता हूं ये देश संकट की घड़ी में उनके साथ खड़ा है।
मोदी बोले- युवाओं किसानों, महिलाओं को नमन
आज जो महानुभाव राष्ट्ररक्षा के लिए राष्ट्रनिर्माण के लिए पूरी लगन के साथ देश की रक्षा भी कर रहे हैं, चाहे हमारा किसान हो, जवान हो हमारे नौजवानों का हौसला हो, हमारी माता-बहनों का योगदान हो, अभावों के बीच भी स्वतंत्रता के प्रति उसकी निष्ठा पूरे विश्व के लिए एक प्रेरक घटना है। मैं आज ऐसे सभी को आदरपूर्वक नमन करता हूं।
देश महापुरुषों का ऋणी है
मेरे प्यारे देशवासियों मेरे परिवारजन, आज वो शुभ घड़ी है जब हम देश के लिए मर मिटने वाले देश की आजादी के लिए जीवन समिर्पित करने वाले आजीवन संघर्ष करने वाले, फांसी पर चढ़कर भारत माता की जयकार लगाने वालों को नमन करने का पर्व है। आजादी के दीवानों ने आज हमें आजादी के इस पर्व में स्वतंत्रता की सांस लेने का सौभाग्य दिया है। ये देश महापुरुषों का ऋणी है।
मोदी: शहीदों को नमन करने का पर्व
मेरे प्यारे देशवासियों मेरे परिवारजन आज वो शुभ घड़ी है जब हम देश के लिए मर मिटने वाले देश की आजादी के लिए जीवन समिर्पित करने वाले आजीवन संघर्ष करने वाले, फांसी पर चढ़कर भारत माता की जयकार लगाने वालों को नमन करने का पर्व है
पीएम मोदी का संबोधन शुरू
पीएम मोदी ने भारत माता की जयकार से अपना भाषण शुरू किया। पिछली बार की तरह इस बार भी मेरे परिवारजन कहकर देशवासियों को संबोधित किया।
पीएम मोदी को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया
राहुल गांधी लाल किला पहुंचे
पीएम मोदी के कार्यकाल में पहली बार राहुल गांधी लाल किले पर स्वतंत्रता दिवस के कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे हैं।
मोदी ने राजघाट पर बापू को श्रद्धांजलि दी
देशभर से स्वतंत्रता दिवस से पहले की तस्वीरें
1037 जवान वीरता और सेवा पदक से सम्मानित होंगे
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स्वतंत्रता दिवस के मौके पर 1037 जवानों को वीरता और सेवा पदक से सम्मानित किया जाएगा। इसमें पुलिस, फायर, होमगार्ड और सिविल डिफेंस (HG&CD) और सुधार सेवाओं के जवान शामिल हैं। गृह मंत्रालय के अनुसार, 214 जवानों को वीरता पदक से सम्मानित किया जाएगा, जिसमें एक राष्ट्रपति वीरता पदक (PMG) और 213 वीरता पदक (GM) शामिल हैं। पुलिस के जवानों को सबसे ज्यादा 208 पदक मिलेंगे।
headlines Breaking news 11 8 2024
वीरता के लिए राष्ट्रपति पदक तेलंगाना पुलिस के हेड कॉन्स्टेबल चादुवु यादैया को दिया गया है। उन्होंने 25 जुलाई 2022 को हुई डकैती के मामले में वीरता दिखाई थी। CRPF को सबसे ज्यादा 52 वीरता पदक जाएंगे। वहीं जम्मू-कश्मीर पुलिस के 31 जवानों को वीरता पदक मिलेगा। इनके अलावा उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र के 17-17, छत्तीसगढ़ के 15 और मध्य प्रदेश के 12 पुलिसकर्मियों को वीरता पदक प्रदान किए जाएंगे।
Balrampur हर घर तिरंगा अभियान के तहत विधायक रामप्रताप वर्मा ने रैली में भाग लिया